गत वर्षो की भाति इस वर्ष भी मध्यरात्रि से ही ..
बधाईयो का ताता लगने लगा ...
हर दिल में नया सवेरा जगने लगा ....
वैसे तो कुछ नहीं बदला एक रात में ..
फिर भी दिलो में कुछ नये एहसास है ...
बधाईयो का मतलब ये नहीं,
के सबके घर खुशियों से रोशन हो गये ...
या भ्रष्ठाचार कम हो गया,
या अपराध से मुक्ति मिल गयी ...
बधाईयो का मतलब ये भी नहीं,
के इस देश का चहुमुखी विकास हुआ ...
या पट्रोल का दाम कम हुआ ..
या महंगाई पर लगाम लगी है ...
या बलात्कारियो को सज़ा मिली है ...
मगर फिर भी बधाईयो से ,
गत वर्षो की भाति कुछ नयी उम्मीदे जगी है ...
समस्याए वही है , समाधान नहीं है ..
फिर भी उन नयी उम्मीदों को सलाम ,
और बधाई नववर्ष की पुरे देश के नाम ...
wish you a very happy new year...
-AC
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