it is a blog about social issue,science and technology, health, Yoga, India, tourism, and poem by Ankush Chauhan ©Ankush
Featured post
भारतीय दर्शन और आधुनिक विज्ञान
कोशिश .....An Effort by Ankush Chauhan भारतीय दर्शन विश्व के प्राचीनतम दर्शनो में से एक है इसमें अनेक वैज्ञानिक सिंद्धान्तो को प्रतिपादि...
Reference Position and CNC lathe co ordinate System
Program format for CNC Program (Fanuc Control)
Program format for CNC Program (Fanuc Control)
Program is
an important part of a CNC machine. it carries a special sequence of letters
and number which carries instruction to be followed to perform desired
operation a specific function is done through these letters and this is called
address. A combination of letter and number is written in a specific sequence
for desired operation by these lines’ instruction is to be given to the machine
these lines are called block.
EG. G01 X 42
Z25 F80 ;
A program carries
many numbers of block to perform required operation on the job . different component
of a program are as follow
Block format
–
The block
which are prepared in a program is as under
N G X_Y_Z_R
F
S T
M ;
Block Preparatory Dimension word Feed spindle tool machine End
Sequence function Function speed function function of
number block
O- Program
number
O latter is used to give specific number to
a program on Fanuc control. a four-digit number followed by letter O is given
to each program so that the program can be opened when it is required
G – Codes
These codes
are used for tool movement to perform all kind of tool function. the
coordinates of X, Y, Z axis are given in front of G code . for different tool
movement different G cods are used
X, Y, Z - tool movement
X, Y and Z letter are used for the movement of tool .the tool movement on each axis is given by numeric value of each axis after these letters
F- Feed
On CNC machine, the letter F is used to give feed to tool. The feed is given by two types as mm/min and mm/rev.
S-spindle speed
the letter S is used to give spindle speed which is given to the spindle of CNC machine. the RPM of spindle is given in front of S letter eg. S400
S- Cutting speed
If G96 code is used in program , cutting speed is given in front of this G96 code followed by letter S . if cutting speed is given, spindle speed will change automatically as per surface diameter of job Eg - S50
T- Tool Number
Many tools are used to perform a complete operation on a job in CNC these tools are hold on turret head , these tool in the turret are given some number according to their position in the turret, T letter is used to call these tool according to operation.
EX. T0506
M- Miscellaneous functionhuman have alien's DNA, the new theory of evolution
ईश्वर स्तुति प्रार्थना
पुण्य कर्म
नालायक बेटा
How to select a lathe machine hindi हिंदी
सीएनसी खराद एक कंप्यूटर नियंत्रित मशीन है जो छोटे और बड़े दोनों जॉब के लिए अच्छी है। यदि आपको पूरी तरह से स्वचालित मशीन की आवश्यकता है तो सीएनसी खराद मशीन के लिए जाएं। एक सीएनसी खराद मशीन कंप्यूटर प्रोग्राम से चलती है और इसलिए उन लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प है जो कार्यस्थल पर श्रम लागत को कम करना चाहते हैं। चूंकि ये कंप्यूटर नियंत्रित मशीनरी हैं, इसलिए इसे प्रोग्राम करने के लिए विशेषज्ञ तकनीशियन की आवश्यकता होती है।
what lessons we learned from coronavirus
कोशिश .....An Effort by Ankush Chauhan
why motera stadium is renamed narendra modi stadium
Kumbh mela haridwar 2021, हरिद्वार कुम्भ मेला 2021
वैसे तो हरिद्वार में कुम्भ मेला हर 12 साल के बाद होता है, लेकिन इस बार यह ग्रह योग के चलते 11 साल में ही हो रहा है। इसलिये हरिद्वार में पड़ने वाला यह कुम्भ इस 1 साल पहले 2021 में हो रहा है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार समुद्र मंथन के समय एक अमृत कलश और विष निकला था जिसमे अमृत देवताओ के हिस्से और विष राक्षस के हिस्से में आया था विष को तो भगवान शिव ने पीकर पूरी सृष्टि की रक्षा की थी। शिव के उस रूप को समर्पित एक मंदिर नीलकंठ महादेव का मंदिर भी हरिद्वार से कुछ दूरी पर ऋषिकेश में नीलकंठ पर्वत पर स्तिथ है।
समुद्र मंथन में निकले उस अमृत की कुछ बूंदे देश के चार स्थानों पर गिरी और उन चारों स्थानों हरिद्वार, प्रयागराज, नासिक और उज्जैन। चारों नगरों में कुंभ का आयोजन होता है और यह आयोजन प्रत्येक नगर में ग्रहों की स्थिति विशेष में होता है। जैसे कुम्भ राशि में बृहस्पति का प्रवेश होने पर एवं मेष राशि में सूर्य का प्रवेश होने पर कुम्भ का पर्व हरिद्वार में आयोजित किया जाता है। और यह सयोग ही इस बार 2021 में ही पड़ रहा है। इसी लिये कुम्भ जो 12 साल में होता था इस बार 11 साल में ही हो रहा है इससे पहले 2010 में हरिद्वार में कुम्भ का आयोजन किया गया था।
कुंभ में नागा साधुओं और अखाड़ो का जिक्र न हो तो कुम्भ अधूरा है कहा जाता है के ये अखाड़े धर्म रक्षा सेना या संगठन है जो सनातन धर्म की रक्षा के लिए गठित किए गए हैं। विधर्मियों से अपने धर्म, धर्मस्थल, धर्मग्रंथ, धर्म संस्कृति और धार्मिक परंपराओं की रक्षा के लिए किसी जमाने में संतों ने मिलकर एक सेना का गठन किया था। वही सेना आज अखाड़ों के रूप में जानी जाती है।
कहा जाता है के आदिशंकराचार्य ने देश के चार कोनों में चार मठों और दसनामी संप्रदाय की स्थापना की। बाद में इन्हीं दसनामी संन्यासियों के अनेक अखाड़े प्रसिद्ध हुए,
देश मे धर्म रक्षा के लिए बने प्रमुख अखाड़ो में आवाह्न अखाड़ा, अटल अखाड़ा, महानिर्वाणी अखाड़ा,आनंद अखाड़ा, निरंजनी अखाड़ा और जूना अखाड़े का उल्लेख मिलता है। बाद में भक्तिकाल में इन शैव दसनामी संन्यासियों की तरह रामभक्त वैष्णव साधुओं के भी संगठन बनें, जिन्हें उन्होंने अणी नाम दिया। अणी का अर्थ होता है सेना। यानी शैव साधुओं की ही तरह इन वैष्णव बैरागी साधुओं के भी धर्म रक्षा के लिए अखाड़े बनें। जिनमे मुख्य
श्रीपंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन, श्री पंचायती निर्मल अखाड़ा है।
विभिन्न धार्मिक समागमों और खासकर कुंभ मेलों के अवसर पर साधु संगतों के बीच समन्वय के लिए अखाड़ा परिषद की स्थापना की गई, जो सरकार से मान्यता प्राप्त है। इसमें कुल मिलाकर तेरह अखाड़ों को शामिल किया गया है। प्रत्येक कुंभ में शाही स्नान के दौरान इनका क्रम तय है।
हरिद्वार कुंभ का पहला शाही स्नान, महाशिवरात्रि (Mahashivratri) के अवसर पर 11 मार्च को होगा. 11 मार्च शिवरात्रि को पहले शाही स्नान पर संन्यासियों के सात और 27 अप्रैल वैशाख पूर्णिमा पर बैरागी अणियों के तीन अखाड़े कुंभ में स्नान करते हैं. 12 अप्रैल सोमवती अमावस्या और 14 अप्रैल मेष संक्रांति के मुख्य शाही स्नान पर सभी 13 अखाड़ों का हरिद्वार कुंभ में स्नान (Kumbh Snan) होगा.
कोरना महामारी के दौर में आयोजित होने वाला यह कुंभ मेला (Kumbh Mela) बीते अन्य कुंभ मेलों से काफी अलग होगा. इस बार कुंभ मेले के दौरान किसी भी स्थान पर संगठित रूप से भजन एवं भण्डारे के की मनाही रहेगी. उत्तराखंड सरकार ने कोरोना संक्रमण (Corona Virus) को रोकने हेतु यह नए नियम जारी किए हैं. कोरोना के कारण केन्द्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा कुछ गाइडलाइन जारी की गई है जिनका पालन करना अनिवार्य है। सरकार की गाइडलाइन के अनुरूप ही अपना हरिद्वार यात्रा का पालन बनाये।
हरिद्वार आने के लिए आप ट्रैन या बस द्वारा सीधे हरिद्वार शहर भी आ सकते है या हवाई मार्ग से जोलीग्रांट हवाई अड्डा आकर वह से टैक्सी द्वारा हरिद्वार आसानी से पहुच सकते है । हरिद्वार में आपके ठहरने के लिए कई बड़े छोटे होटल और धर्मशाला आसानी से उपलब्ध है फिर भी आसानी के लिए पहले से बुकिंग करके रखें तो ज्यादा सही होगा क्योंकि कुम्भ में काफी भीड़ भी होती है।
अगर आप कही दूर से आ रहे है तो कुंभ में हरिद्वार के साथ आसपास के क्षेत्र ऋषिकेश या देहरादून भी घूम सकते है या थोड़ा और समय निकाल कर उत्तराखंड की पहाड़ी वादियों का भी लुफ्त उठा सकते है।
-AC
What is difference between योग and yoga?
मैं किसान हू कोई मेरी भी सुनो
अयोध्या का फैसला
ये कहानी है अयोध्या के फैसले की आज अयोध्या में भगवान राम का मन्दिर भी जल्द बन जायेगा मगर ये कहानी है तब की जब फैसला अदालत में था।